‘रेत समाधि’ हिंदी की पहली कृति है जो बुकर पुरस्कार से सम्मानित की गई है।

गीतांजलि श्री की ‘रेत समाधि’ कृति का अंग्रेजी अनुवाद डेजी राकवेल ने किया है।

गीतांजलि श्री की ‘रेत समाधिगीतांजलि श्री की ‘रेत समाधि’ कृति का अंग्रेजी अनुवाद डेजी राकवेल ने किया है।’ कृति का अंग्रेजी अनुवाद डेजी राकवेल ने किया है।

टूंब ऑफ सैंड उपन्यास में गीतांजलि श्री ने भारत के विभाजन से जुड़ी पारिवारिक घटना का वर्णन की हैं।

गीतांजली श्री की ‘माई’ कृति का अंग्रेजी अनुवाद ‘क्रॉसवर्ड अवार्ड’ से सम्मानित किया जा चुका है।

गीतांजलि श्री के अन्य कृतियां का अनुवाद अंग्रेजी,फ्रेंच,जर्मन आदि भाषाओं में हो चुका है।

गीतांजल श्री की स्नातक शिक्षा दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से संपन्न हुई उसके बाद इन्होंने इतिहास विषय से एम०ए० किया।

ये उत्तरप्रदेश के मैनपुरी की रहने वाली है, इनके पिता सिविल सर्विस में थे जिसके कारण इनका बचपन उत्तरप्रदेश के कई अन्य शहरों में हुआ।

गीतांजली श्री लिखने के लिए देश विदेश की यात्रा करती हैं।