BEd vs BTC: सुप्रीम कोर्ट में 3 नवंबर को पुनः बीएड सीटीसी केस पर हुई सुनवाई, SC के 11 अगस्त के फैसले पर डाली गयी थी याचिका। सुप्रीम कोर्ट ने 11 अगस्त को बीएड बनाम बीटीसी मामले में फैसला सुनकर सभी बीएड अभ्यर्थियों को चौंका दिया था। जिसके बाद से बीएड डिग्रीधारियों का धरना प्रदर्शन निरंतर जारी है।
आपको बता दें सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए फैसले के विरोध में पुनः याचिका डाली गयी थी जिसमे फैसले तथा मुद्दे पर पुनः विचार करने का आग्रह किया गया था। किन्तु यह सुनवाई 3 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी गयी थी। आपको बता दें कि 11 अगस्त को जो SC का फैसला आया था वह अनिरुद्ध बोस तथा सुधांशु धुलिया की बेंच द्वारा सुनाया गया था।
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बीएड डिग्रीधारियों की अहम सुनवाई (BEd vs BTC)
जो याचिका बीएड अभ्यर्थियों द्वारा डाली गयी थी उसका कारण यही था कि सुप्रीम कोर्ट ने बीएड को बाहर करने का फैसला तो सुना दिया है लेकिन अभी तक यह संदेह बना हुआ है कि माननीय न्यायालय का फैसला कब से लागू होगा। इसके लिए पुनः याचिका डाली गयी थी। इसके लिए अनिरुद्ध बोस के बेंच से सुनवाई होनी थी।
आपको बता दें यही मुद्दा लेकर कुछ दिन पहले बिहार सरकार भी सुप्रीम कोर्ट में गयी थी तब भी सुनाई अनिरुद्ध बोस बेंच द्वारा हुई थी। जिसमें यह साफ़ आदेश दिया गया था कि बीएड अभ्यर्थी 2023 के बाद से बिहार में प्राथमिक शिक्षक नहीं बन सकते है। यही मामला अब पुनः सुप्रीम कोर्ट में ले जाया गया था। जिसके लिए कोर्ट का फैसला भी पहले वाला ही रह सकता है।
सीटेट दिसम्बर के लिए अपडेट
जैसा कि आपको पता है की केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए आवेदन फॉर्म आ चुके हैं। इच्छुक अभ्यर्थी जल्द से जल्द आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन प्रक्रिया संपन्न कर सकते हैं। यदि आप पहली बार सीटेट परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं तो आपको बता दें कि प्राथमिक स्तर पर शिक्षक बनने के लिए CTET Paper 1 व जूनियर के लिए CTET Paper 2 क्वालीफाई करना जरूरी है।